Author Archives: pariharsunil

रामायण बालकाण्ड मंगलाचरण: अर्थ और महत्व

   मंगलाचरण      श्लोक : वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि।मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ ॥1॥ भावार्थ:-अक्षरों, अर्थ समूहों, रसों, छन्दों और मंगलों को करने…
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भारतीय संत जिन्होंने रामायण का प्रचार किया

॥ रामक्था के भगीरथ ॥ शिवपुराण में कहा गया है कि दयालु मनुष्य, अभिमानशून्य व्यक्ति, परोपकारी और जितेंद्रीय ये चार पवित्र स्तंभ हैं,…
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